रिया की मदमस्त चूत

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पापा भैया और भाभी को मिलने के लिए लखनऊ जाना चाहते थे भैया लखनऊ में ही नौकरी करते हैं और काफी समय हो गया था पापा भैया और भाभी को नहीं मिले थे।

मैंने भी सोचा कि क्यों ना आज भैया को फोन कर लूं और मैंने उस दिन भैया को फोन किया। मैंने जब भैया को फोन किया तो काफी देर तक मेरी और भैया की बातें हुई मैंने भैया को बताया कि पापा और मम्मी आप लोगों के पास कुछ दिनों के लिए आ रहे हैं। भैया ने मुझे कहा कि हां यह तो मुझे मालूम है कि पापा और मम्मी मेरे पास आ रहे हैं

मैंने भैया से कहा कि कल मैं उन लोगों की ट्रेन की रिजर्वेशन करवा दूंगा। भैया ने कहा ठीक है तुम उन लोगों का रिजर्वेशन करवा देना। मैंने भैया से काफी देर तक बात की और फिर मैंने फोन रख दिया। मैं फोन रख चुका था और मैंने जब अगले दिन पापा और मम्मी की ट्रेन की रिजर्वेशन करवा दी तो मैंने पापा को टिकट दे दिया।

पापा मुझे कहने लगे कि बेटा यह ट्रेन की टिकट तुमने कब की करवाई है मैंने पापा से कहा कि पापा यह दो दिन बाद की है तो वह कहने लगे कि ठीक है। पापा और मम्मी अपना सामान पैक कर रहे थे जब वह अपना सामान पैक कर रहे थे तो मैंने उनसे कहा कि लेकिन आप लोग वहां से वापस कब लौटेंगे।

वह लोग कहने लगे कि बेटा हम लोग जल्द ही वापस लौट आएंगे काफी दिन हो गए हैं तुम्हारे भैया से हम लोग मिले भी नहीं है तो सोचा क्यों ना उनसे भी मुलाकात कर ले। दो दिनों के बाद पापा और मम्मी को

मैं रेलवे स्टेशन तक छोड़ने के लिए गया जब मैं उन्हें रेलवे स्टेशन छोड़ने के लिए गया तो उसके बाद हम ट्रेन का इंतजार कर रहे थे हम लोगों ने थोड़ी देर तक इंतजार किया और फिर थोड़ी ही देर में ट्रेन आ चुकी थी।

जब ट्रेन आई तो मैंने उन लोगों का सामान ट्रेन में रख दिया और पापा मम्मी सीट में बैठ चुके थे उसके बाद मैंने उन्हें कहा कि अब मैं चलता हूं। उस दिन रविवार था इसलिए मैं जब घर पहुंचा तो मेरा मन अकेला नहीं लग रहा था मैंने प्रियम को फोन किया प्रियम मेरा दोस्त है।

मैंने उसे फोन पर कहा कि पापा मम्मी घर पर नहीं है तो मैं तुमसे मिलने के लिए आ रहा हूं वह मुझे कहने लगा कि ठीक है तुम मुझसे मिलने के लिए आ जाओ। मैं प्रियम को मिलने के लिए चला गया जब मैं प्रियम को मिलने उसके घर गया तो प्रियम की मम्मी घर पर ही थी उन्होंने मुझे कहा तुम काफी दिनों बाद घर पर आ रहे हो।

मैंने उन्हें कहा कि हां आंटी ऑफिस में काम रहता है जिस वजह से आप लोगों के घर पर आना नहीं हो पाता है लेकिन आज पापा मम्मी घर पर नहीं थे तो सोचा कि प्रियम से मिल लेता हूं। मैं और प्रियम उसी के रूप में बैठे हुए थे

मैंने प्रियम को कहा चलो आज कहीं घूम आते हैं तो प्रियम मुझे कहने लगा कि ठीक है हम लोग आज शॉपिंग करने के लिए चलते हैं। हम दोनों उस दिन मॉल में चले गए जब हम लोग मॉल से शॉपिंग करके बाहर निकले तो मैंने प्रियम को कहा चलो हम लोग मूवी देख लेते हैं और फिर हम दोनों ने मूवी की टिकट खरीद ली।

हम लोगों ने मूवी की टिकट खरीद ली थी और उसके बाद हम दोनों ही मूवी देखने लगे जैसे ही मूवी खत्म हुई तो हम लोग बाहर आ गए। जब हम लोग बाहर आए तो उसके बाद हम लोग घर लौट आये उस दिन

मैं जब घर पहुंचा तो मुझे रिया का फोन आया रिया हमारे ऑफिस में पहले जॉब किया करती थी लेकिन अब रिया ने ऑफिस से जॉब छोड़ दी थी। मैंने रिया को कहा कि आज तुमने मुझे कैसे याद किया तो रिया मुझे कहने लगी कि कुनाल मैं जिस जगह जॉब कर रही थी वहां से मेरी जॉब छूट चुकी है क्या तुम मेरी जॉब की बात कहीं कर सकते हो।

मैंने रिया से कहा लेकिन तुमने वहां से जॉब क्यो छोड़ी तो रिया ने मुझे कहा कि वहां पर मुझे एक लड़का काफी ज्यादा परेशान कर रहा था इसलिए मुझे कुछ ठीक नहीं लगा और मैंने वहां से जॉब छोड़ना ही ठीक

समझा लेकिन मेरे पास अब जॉब नहीं है मैं काफी दिनों से घर पर ही हूं। मैंने रिया को कहा ठीक है मैं तुम्हारी मदद कर दूंगा और मैंने अगले दिन अपने कुछ दोस्तों को फोन किया और जल्द ही रिया की जॉब लग गई।

रिया की जॉब लग चुकी थी तो उसने मुझे फोन किया और कहने लगी कि यह सब तुम्हारी वजह से ही हो पाया है। मैंने उसे कहा कि रिया तुमने मुझसे मदद मांगी थी तो मैंने तुम्हारी मदद की।

रिया से मेरी सिर्फ फोन पर ही बात हो पाती थी हम लोगों की मुलाकात नहीं हो पाती थी। पापा और मम्मी अभी भी भैया और भाभी के पास लखनऊ में ही थे वह लोग अभी भी वहां से लौटे नहीं थे। मैंने जब पापा को फोन किया तो वह लोग कहने लगे कि बेटा हम लोग अभी कुछ दिन और यहां पर रहेंगे।

पापा और मम्मी अभी भी लखनऊ से आए नहीं थे मैं घर पर अकेला ही रहता था और घर पर मैं काफी बोर हो रहा था तो मैने सोचा कि मैं प्रियम के पास चला जाता हूँ। प्रियम और मैं छुट्टी के दिन कहीं ना कहीं घूमने के लिए चले जाया करते थे और मुझे काफी अच्छा लगता है जब भी मैं और प्रियम कहीं घूमने जाते।

एक दिन प्रियम और मैंने शराब पी ली उस दिन जब हम लोगों ने ड्रिंक कर ली तो मुझे काफी नशा हो गया था। मैंने रिया को फोन किया उस दिन रिया और मैं दूसरे से बात कर रहे थे। मेरा उस दिन रिया से अश्लील बातें करने का मन हो रहा था और मैंने रिया से उस दिन काफी बातें की।

जब सुबह मुझे होश आया तो मैंने रिया को फोन किया। मैंने रिया को कहा कल रात के लिए मैं तुमसे माफी मांगना चाहता हूं। रिया ने मुझे कहा तुम्हें मुझसे माफी मांगने की जरूरत नहीं है परंतु मुझे क्या मालूम था कि रिया अब मेरे लंड को अपनी चूत में लेने के लिए उतावली है और वह मेरे साथ सेक्स करना चाहती है।

रिया भी मुझे फोन करने लगी थी वह मुझसे बातें करने लगी हम दोनों एक दूसरे से खूब बातें करने लगे। हम लोग एक दूसरे से बातें करते तो हम दोनों को ही बहुत ज्यादा अच्छा लगता। मुझे रिया से बात कर के काफी अच्छा लगता और रिया को भी मुझसे बात करना बहुत अच्छा लगता। मैं और रिया एक दूसरे के साथ सेक्स करना चाहता थे।

मैने एक दिन रिया को अपने घर पर बुला लिया क्योंकि मैं घर पर अकेला ही रहता था इसलिए मैंने रिया को अपने पास बुलाया। वह जब मुझसे मिलने के लिए आई तो उसे यह बात अच्छे से मालूम थी

मैं उसकी चूत के मजे लेने वाला हूं इसलिए वह पूरी तरीके से तैयार होकर आई थी। जब वह उस दिन घर पर आई तो वह मेरी गोद में बैठी मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा। जब मेरा लंड तन कर खड़ा होने लगा तो मैं उत्तेजित होने लगा था और रिया की भी गर्मी को मैंने पूरी तरीके से बढ़ा दिया था।

रिया ने मेरे लंड को अपने हाथों में लिया और मेरा लंड रिया की चूत मे जाने को तैयार था। रिया ने मेरे लंड को अच्छी तरीके से चूसा। वह बहुत ज्यादा मजे मे आ गई थी।

वह जिस प्रकार से मेरे लंड को चूस रही थी उस से मेरी गर्मी बहुत बढ़ रही थी। मैंने रिया को कहा मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है रिया मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी।

हम दोनों को अच्छा लगने लगा था और हम दोनों के अंदर की गर्मी बढ़ने लगी थी। हम दोनों के अंदर की गर्मी बहुत बढने लगी थी।

मैं रिया के कपडो को उतार चुका था मैंने रिया को कहा मुझसे रहा नहीं जा रहा है मेरे अंदर की गर्मी अब इतनी ज्यादा बढ़ गई कि मैंने रिया की चूत मे अपने लंड को घुसा दिया। रिया की चूत के अंदर मेरा लंड जाते ही वह चिल्लाकर मुझे कहने लगी आपने आज मेरी चूत को फाड़ कर रख दिया है।

मैंने रिया के दोनों पैरों को चौड़ा किया और उसकी चूत के अंदर बाहर में अपने लंड को करने लगा।

जब मैं ऐसा कर रहा था तो उसे बहुत ज्यादा मजा आने लगा और वह मुझे कहने लगी आप मुझे ऐसे ही चोदते जाइए मेरी गर्मी को आपने अब बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। मैंने रिया को कहा मुझे ऐसा ही कुछ लग रहा है

मैं रिया को बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था और रिया मेरा साथ काफी अच्छे से दे रही थी जब मैं ऐसा करती तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता। मैं रिया को लगातार तेजी से चोद रहा था।

वह चाहती थी मै उसे घोड़ी बनाकर चोदो। मैंने रिया की चूत के अंदर अपनी लंड को धीरे-धीरे डाला जैसे ही मेरा लंड रिया की योनि में प्रवेश हुआ तो उसकी चूत से बहुत ज्यादा पानी बाहर की तरफ को निकल रहा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा है अब रिया मेरा साथ दे रही थी। मैं उसे बड़े अच्छे तरीके से धक्के मार रहा था।

मैंने जब रिया को इस प्रकार से चोदा तो रिया को भी मजा आने लगा और वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने रिया के साथ जमकर सेक्स का मजा लिया उसे मैंने तब तक चोदा जब तक मेरा माल

रिया की चूत में नहीं गिर गया। जब मेरा माल रिया की चूत मे गिरा तो वह खुश हो गई और कहने लगी आज तुमने मेरे इच्छा को पूरा कर दिया है। मैंने रिया को कहा क्या इससे पहले मैंने तुम्हारी इच्छा को कभी पूरा नहीं किया।

वह मुझे कहने लगी नहीं रोशन मेरा कहने का मतलब यह नहीं था लेकिन

आज मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आया, तुम्हारा माला भी मेरी चूत से बाहर निकल रहा है। मेरा माल अभी भी रिया की चूत से बाहर की तरफ को टपक रहा था।

रिया ने मेरे लंड को अपने हाथों में लेकर उसे हिलाना शुरू किया और आधे घंटे के बाद मेरा लंड एकदम से कठोर हो चुका था वह दोबारा से रिया की चूत में जाने के लिए तड़प रहा था।

मैंने भी लंड को रिया की चूत में अपने लंड को सेट कर उसकी इच्छा को पूरा कर दिया। जिस प्रकार से मैंने उसकी चूत के मजे लिए उससे वह बहुत ज्यादा खुश हो गई थी। उसने मुझे कहा आज मुझे मजा आ गया

मैंने रिया को कहां मजा तो मुझे भी बहुत आ गया जिस प्रकार से मैंने आज तुम्हारे साथ सेक्स का जमकर मजा लिया है। मैंने अब रिया की चूत में अपने माल को गिरा दिया था।

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